प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमित्त सरसंघचालक जी का लेख

हमारे भारत का इतिहास पिछले लगभग डेढ़ हजार वर्षों से आक्रांताओं से निरंतर संघर्ष का इतिहास है। आरंभिक आक्रमणों का उद्देश्य लूटपाट करना और कभी-कभी (सिकंदर जैसे आक्रमण) अपना राज्य स्थापित करने के लिए होता था। परंतु इस्लाम के नाम पर पश्चिम से हुए आक्रमण यह समाज का पूर्ण विनाश और अलगाव ही लेकर आए।… पढ़ना जारी रखें प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमित्त सरसंघचालक जी का लेख

जन जन स्वप्न पूरा होने का आनंद है रामोत्सव

शताब्दियों की प्रतीक्षा के बाद भव्य राममंदिर में रामलला के विग्रह की स्थापना का चिर प्रतीक्षित स्वप्न पूरा हुआ। पूरे देश की आत्मा झंकृत है, आनंदित है, मुदित है। हो भी क्यों न अपने रामलला को अपने भव्य घर में देखने का जन- जन का सपना पूरा हुआ है। यह अवसर सारी दुनिया के लिए… पढ़ना जारी रखें जन जन स्वप्न पूरा होने का आनंद है रामोत्सव

“राम राज्य आ रहा है, देश में हर कोई…”: अयोध्या राम मंदिर में आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत

अयोध्या, 22 जनवरी: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि भगवान श्री राम लला की अयोध्या में घर वापसी का इतिहास ऐसा है कि जो भी उन कहानियों को सुनता है, उसके दुख और दर्द मिट जाते हैं। आरएसएस प्रमुख रामलला की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के बाद श्री राम जन्मभूमि मंदिर… पढ़ना जारी रखें “राम राज्य आ रहा है, देश में हर कोई…”: अयोध्या राम मंदिर में आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत

“लोगों ने इसके लिए 550 वर्षों तक इंतजार किया”: चिरंजीवी, अनुपम खेर, जैकी श्रॉफ प्राण प्रतिष्ठा में भाग लेने पर भाग्यशाली महसूस करते हैं

550 वर्षों की लालसा और भक्ति के बाद, चिरंजीवी, अनुपम खेर, जैकी श्रॉफ और अनु मलिक जैसी कई प्रमुख हस्तियां इस महत्वपूर्ण अवसर का गवाह बनकर सौभाग्य की गहरी अनुभूति से अभिभूत महसूस कर रही हैं।   अभिनेता सुमन ने कहा, “पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को बधाई और शुभकामनाएं। ये दोनों राम और… पढ़ना जारी रखें “लोगों ने इसके लिए 550 वर्षों तक इंतजार किया”: चिरंजीवी, अनुपम खेर, जैकी श्रॉफ प्राण प्रतिष्ठा में भाग लेने पर भाग्यशाली महसूस करते हैं

हिन्दूराष्ट्र के 5000 वर्ष के इतिहास का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन अब दूर नहीं

हिन्दूराष्ट्र के 5000 वर्ष के इतिहास का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन अब दूर नहीं है। आजतक देशभर के नगर नगर में देवता प्रतिष्ठित हुए होंगे, पर दूसरे नगरों को उसकी खबर नहीं थी। वहाँ तमिलनाडु में यदि भव्य मंदिर बनते थे तो हिमाचल में बैठे हिन्दू से हम उस मन्दिर का नाम जानने की आशा… पढ़ना जारी रखें हिन्दूराष्ट्र के 5000 वर्ष के इतिहास का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन अब दूर नहीं

राममय होता भारत समरस भारत

सनातन संस्कृति संपूर्ण विश्व को एक परिवार मानती है। यहां अपना पराया करने वाले संकुचित व छोटी सोच के होते है।यही संदेश त्रेता युग में प्रभु श्रीराम ने दिया था।यही अवसर एक बार फिर से संपूर्ण मानव समाज में देखने को मिल रहा है। 22 जन.2024 को भारत ही नहीं बल्कि भारत से बाहर रहने… पढ़ना जारी रखें राममय होता भारत समरस भारत

अयोध्या के रामलला विग्रह:उस स्थान की महिमा जहां राम की मूर्ति बनाने के लिए उपयुक्त चट्टान मिली थी.

मैसूर तालुका के हारोहल्ली-गुज्जेगौडनपुरा, यहां श्री रवि नाम का एक किसान परिवार खेती करता था। उनके ही खेत के बीच में बहुत समय पहले की एक विशाल चट्टान थी, जो इस रवि की खेती में बाधा बन गई और उन्हें क्रोधित। वह उबाऊ था। रवि हमेशा अपना दुख व्यक्त करते थे कि यह चट्टान किसी… पढ़ना जारी रखें अयोध्या के रामलला विग्रह:उस स्थान की महिमा जहां राम की मूर्ति बनाने के लिए उपयुक्त चट्टान मिली थी.

अक्षत निमंत्रण अभियान ने किया वसुधा को एकाकार

इसके माध्यम से विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने समाज के साथ मिल कर 22 जनवरी 2024 को सामूहिक रूप से मंदिरों में आने के लिए निमंत्रित किया। आज तक के विश्व इतिहास में ऐसा कोई अभियान किसी ने भी नहीं लिया जिसमें विश्व भर के 50 करोड़ से अधिक नर-नारी बच्चे, बूढ़े, जवान सभी… पढ़ना जारी रखें अक्षत निमंत्रण अभियान ने किया वसुधा को एकाकार