पुराने नोकरशाहों की चिट्ठी के मायने क्या है?

देश के प्रधानमंत्री को पुराने नौकरशाहों ने चिट्ठी लिख कर बढ़ते हुए नफरत के वातावरण पर उनकी चुप्पी पर निशाना साधा है । देश की सत्ता के सर्वोच्च पदों का सुख भोग चुके इन नौकरशाहों को अब देश मे अराजकता, नफरत व साम्प्रदायिकता का माहौल नजर आ रहा है । ये वही शिखर पुरुष हैं,… पढ़ना जारी रखें पुराने नोकरशाहों की चिट्ठी के मायने क्या है?

मरणासन्न कांग्रेस का एक और असफल प्रयास

अंतिम सांसें गिन रही कांग्रेस राष्ट्रीय राजनीति में अपनी उपस्थिति बनाऐ रखने के लिए सभी तरह के झाड़- फूंक के लिए तैयार है। लेकिन वह पार्टी की कमान सोनिया, राहुल, प्रियंका के अलावा किसी को देने को तैयार नहीं है।दूसरी बात कांग्रेस को केवल चाटुकार चाहिए जो हर स्थिति में राहुल की बचकानी हरकतों पर… पढ़ना जारी रखें मरणासन्न कांग्रेस का एक और असफल प्रयास

गुजरात कांग्रेस और हार्पिक

कांग्रेस हमेशा से ही स्वार्थी तत्वों के जमावड़े एवं सतालोलुप नेताओं की पसंदीदा पार्टी रही हैं। पाटीदार समाज में पैठ रखने वाले गुजरात कांग्रेस के नेता हार्दिक पटेल गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोडकर जा रहे है। कांग्रेस के प्रवक्ता इस पर दुष्प्रचार कर रहे हैं कि नरेश पटेल(दूसरे पाटीदार नेता) का कांग्रेस में… पढ़ना जारी रखें गुजरात कांग्रेस और हार्पिक

Published
Categorized as Uncategorized

हनुमान जी से सीखें सदा सफलता के सूत्र (2)

हनुमान तेहि परसा कर पुनि कीन्ह प्रनाम- राम काजु कीन्हें बिनु मोहि कहाँ विश्राम जब हनुमान जी सीता माता का पता लगाने के लिए समुद्र लांघ कर लंका की तरफ उड़कर जा रहे थे तब मार्ग में मेनाक पर्वत उपस्थित हुआ। पर्वत ने हनुमान जी से कहा कि आप थक गए होंगे, जरा विश्राम कर… पढ़ना जारी रखें हनुमान जी से सीखें सदा सफलता के सूत्र (2)

गुजरात में कांग्रेसी खेमे में हड़कम्प

गुजरात में जैसे-जैसे विधानसभा के चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं,स्वार्थी तत्वों का जमावड़ा (कांग्रेस) की चूलें हिलती हुई नजर आ रही हैं। हाल ही के पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की तरह गुजरात में भी कांग्रेस की एकमेव आशा सताविरोधी लहर की संभावना है। कांग्रेस के पास न दिशा है, न नेतृत्व।मुस्लिम वोटों के… पढ़ना जारी रखें गुजरात में कांग्रेसी खेमे में हड़कम्प

अम्बेडकर व्यक्ति से बढ़कर एक विचार

ईश्वर को जब लगा कि मैं अकेला हूं और बहुत रूपों में प्रकट हो जाऊं अर्थात उन्होंने ” एकोहम बहुस्यां” का जब संकल्प लिया तभी से इस संसार का निर्माण हुआ। इस सिद्धांत को मानते हुए हम यह मानते हैं कि इस संसार में सभी जड़ चेतन आदि में वही ईश्वर तत्व है। सभी में… पढ़ना जारी रखें अम्बेडकर व्यक्ति से बढ़कर एक विचार

खुला पत्र

आदरणीय अशोक गहलोत जीमुख्यमंत्रीराजस्थान। विषय: राज्य के हिंदुओं की ओर से खुला पत्र। माननीय,इस पत्र के माध्यम से राजस्थान के हम सभी हिन्दू अपनी भावनाएं आपके समक्ष प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहे हैं, आपके सम्मान की प्रतिभूति के साथ। कल करोली की घटनाओं पर आप कह रहे थे कि आप भी हिन्दू हैं, आपको… पढ़ना जारी रखें खुला पत्र

Published
Categorized as Uncategorized

श्रीलंका के पतन में परिवारवाद का हाथ

भारत का पडौसी देश श्रीलंका दो कारणों परिवार वाद और मुफ्त की योजनाओं से बर्बादी के कगार पर पहुंचा है। यह बात कल भारतीय प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान शीर्ष अधिकारियों ने बताई है। विदित रहे श्री लंका के पांच शीर्षस्थ पद (राष्ट्रपति, रक्षा मंत्रालय,वित्त मंत्रालय सिंचाई मंत्रालय एवं युवा व खेलकूद मंत्रालय) एक… पढ़ना जारी रखें श्रीलंका के पतन में परिवारवाद का हाथ

Published
Categorized as Uncategorized