जुझार की वसीयत

आज फिर एक क्रन्दन हुआ।“मेरी गायें बचा लीजिए!” महिला स्वर में। कहने वाली ने कहकर अपना कर्त्तव्य पूरा कर लिया।काश ! मेरा भी कर्त्तव्य इतनी जल्दी पूरा हो पाता।वो नहीं जानती कि इस एक वाक्य के बाद इतिहास आरम्भ होने वाला है।वो इतिहास जिसे बाद वाली पीढ़ियाँ इतिहास मानने से ही इनकार कर देगी।मेरे रावले… पढ़ना जारी रखें जुझार की वसीयत

रिया का इंटरव्यूह एक षड्यंत्र

1.जब इंटरव्यू राजदीप सरदेसाई जैसा कुख्यात, कुकर्मी, पक्षपाती और लतखोर पत्रकार ले रहा है, प्रसारण आजतक जैसे अहंकारी और trp में पिछड़ने पर असहज दिखने वाले चैनल पर हो रहा है, तब यह निश्चित है कि इसके पीछे कोई षड्यंत्र अवश्य है और कोई बड़ी योजना के तहत एडवांस में पाल बांधी जा रही है।… पढ़ना जारी रखें रिया का इंटरव्यूह एक षड्यंत्र

साक्षात्कार या साजिश ?

आप कोई अन्य उपयुक्त शीर्षक भी दे सकते हैं| सुशांत सिंह प्रकरण पर अखबारों के पन्ने रंगे जा चुके हैं, चैनलों पर तरह-तरह की कहानियाँ 24×7 परोसी जा रही हैं। ऐसा लगने लगा था कि अब इस विषय में मीडिया के लिए बहुत कुछ कहने-सुनने लायक़ शेष नहीं बचा है| परंतु कल विभिन्न चैनलों को… पढ़ना जारी रखें साक्षात्कार या साजिश ?

चिंता बढ़ाती मॉरीशस की तेल जहाज दुर्घटना

लगभग 1 माह पूर्व 25 जुलाई 2020 को मॉरीशस के तट के निकट जापानी जहाज एम बी वकाशियो की दुर्घटना ने पर्यावरण विदों की चिंता बढ़ा दी है। बताया जाता है कि इस जहाज में 4000 टन कच्चा तेल था। जहाज की एक चट्टान से टक्कर के बाद करीब 800 टन तेल समुद्र में फैल… पढ़ना जारी रखें चिंता बढ़ाती मॉरीशस की तेल जहाज दुर्घटना

भ्रामक विमर्श से बचें, संजीदा सत्य पढ़ें

    जो लोग संघ की कार्यप्रणाली को नहीं जानते हैं। वे समय-समय पर बुद्धि पिशाचों द्वारा रचे गए षड्यंत्र को सच मानकर भ्रमित हो जाते हैं। इसलिए आवश्यकता है कि आप और हम कुछ सामान्य बातों को, संघ पद्धति को, प्रक्रिया को सरल शब्दों में समझ लें। वैसे तो संघ को समझना है, तो शाखा… पढ़ना जारी रखें भ्रामक विमर्श से बचें, संजीदा सत्य पढ़ें

हिन्दू अर्थतंत्र ही फिर से बनाएगा सोने की चिड़िया

हमारा सोने की चिड़िया वाला हिन्दू अर्थतंत्र (इकोनॉमी) किस तरह का था? क्या निजीकरण वाली रहा? क्या सरकारीकरण था? मिश्रित प्रकार था? भारत किस तरह सोने की चिड़िया बना कि  दुनिया हमें लूटने को आतुर हुई। हमारे “लुट-पिट” जाने का विष्लेषण हम अनेक बार कर चुके आज भी करते है। इसके अनेक उदाहरण भी दिए… पढ़ना जारी रखें हिन्दू अर्थतंत्र ही फिर से बनाएगा सोने की चिड़िया

अंतरराष्ट्रीय मूलनिवासी दिवस कुछ अनसुलझे प्रश्न चंद उत्तर की तलाश

http://विश्व मूल निवासी दिवस’ World Indigenous Day कब से प्रारम्भ सन 1994 में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 9 अगस्त को विश्व  मूलनिवासी दिवस की घोषणा के बाद से निरंतर विश्व में इस दिवस को अंतर्राष्ट्रीय मूलनिवासी दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत में भी इस दिन को आदिवासी दिवस के रूप में मनाने… पढ़ना जारी रखें अंतरराष्ट्रीय मूलनिवासी दिवस कुछ अनसुलझे प्रश्न चंद उत्तर की तलाश

भारत में ‘विश्व मूल निवासी दिवस’ का औचित्य…?

http://विश्व मूल निवासी दिवस’ (World Indigenous Day) कल ‘विश्व मूल निवासी दिवस’ (World Indigenous Day) हैं. सन १९९४ में संयुक्त राष्ट्र संघ ने इस दिवस की घोषणा की थी. इस कल्पना को लेकर सन १९८२ में Working Group on Indigenous People इस समूह की पहली बैठक ९ अगस्त को हुई थी. इसलिए ९ अगस्त को… पढ़ना जारी रखें भारत में ‘विश्व मूल निवासी दिवस’ का औचित्य…?